प्रेषक: अनिल
हेल्लो दोस्तों ये कहानी बहुत पुरानी तो नहीं अभी बिते हुए कुछ सालों की ही है। मेरा नाम अनिल है और मै रहने वाला कानपूर का हु। सबसे पहले पहले मैं ये बोलना चाहूँगा की आप लोग अपने लण्ड पकड़ के और भाभी और आंटी से ये निवेदन है कि चूत में अंगुली डाल के ये स्टोरी पढ़े। मै कानपूर में पिछले 7 सालों से रह रहा हु मेरी उम्र 30 साल है। मै यहाँ फ्लैट ले के रहता हूं । मै जहा रहता हूं यहाँ की माकन मालकिन विधवा है और वो 30 साल की है ।उनका एक लड़का है जो की मेरे ही उम्र का है वो इलाहाबाद में रह के पढाई कर रहा है भाभी अक्सर घर में अकेली ही रहती है। उनके घर में आना जाना लगा रहता है। मेरे रूम से उनके घर में सब कुछ साफ़ साफ़ दिखाई देता हूं वो अक्सर शाम को अपने बालकनी में खड़ी होती थी मैं रोज शाम को कॉलेज से आने के बाद देखता था ये कई दिनों तक चलता रहा एक दिन वो जीन्स और टी शर्ट पहन के कड़ी थी। मैं देखा वो नीचे देख रही थी मैं अपनी बालकनी में बैठा था और अपना लण्ड 8″ इंच का निकल कर हिलाने लगा और ऐसा कर रहा था जैसे मैं उनको नहीं देख रहा हु वो मेरे लंड को देखने लगी और बड़े ध्यान से देख रही थी देखते देखते अपना हाथ चूत पर ले गई जीन्स के ऊपर से ही और थोड़ी देर में अंदर चली गई। मुझे लगा की वो मुझसे नहीं चुदवांगी। और मैं डर गया ऐसा न हो सब से बोल दे। यु ही 4-5 दिन निकल गया । एक दिन मैं उनके घर गया तो कोई था नही और वो खाना बना रही थी मै बोला कैसी हो भाभी बोली ठीक ही हु। मुझसे बोली बैठो मैं बैठ गया और फ्रीज़ से पानी निकाला और पिने लगा फिर उनके रूम में गया तो देखा उनके बेड पे ब्रा पड़ी थी मै उठाया यूर देखा तो पैंटी भी था मैं उसको लैंड पे लगा के हिलाने लगा थोड़ी देर बाद पानी निकल गया तो वो वही रख दिया। और हाल में आके बैठ गया और किचन में देखा तो भाभी नहीं थी मैं दर गया उनको खोजने लगा तो वो बाथरूम में थी और सुसु कर रही थी। उनके मूतने की आवाज़ सुन के पागल होता जाता था मैं। फिर मैं हाल में आ के बैठ गया वो आई बोली क्या कर रहे हो मै थोड़ा सकपकाया और बोला कुछ तो नहीं। फिर मैं इधर उधर की बात करने लगा और चला आया अपने रूम पे। अब अगले दिन मैं दोपहर में उनके घर में गया था फ्रीज का पानी लेने तो वो नाहा रही थी। मैं उनको आवाज़ लगाया तो कोई जवाब नहीं मिला मै पानी पी के सूसू करने गया तो बाथरूम से सिसकिया आ रही थी। मै वही रूक गया और देखने की कोसिस करने लगा लेकिन कुछ दिखा नहीं तो मै जा के टीवी देखने लगा तब तक वो नाहा के आ गयी थी मैं घर में था ये बात वो नहीं जानती थी वो पैंटी और ब्रा में ही आ गई थी । मैं देखा तो उठ के जाने लगा वो बोली रुको और खुद जा कर मैक्सी डाल ली। अब हम दोनों एक दूसरे को देखे तो स्माइल आ गए होंटो पे। बात होते होते सब कुछ धीरे धीरे ओपन होता गया । और ये पाता चला की वो चुदना चाहती है। लेकिन समाज की दर से कुछ कर नहीं पा रही है। और ये भी बताई की उनके पति उनको चोद नहीं पाते अब समय न होने के कारण और जो कुछ भी मैं करता हु वो सब कुछ देखि है। और बोलने लगी तुम्हारा लन्ड अभी जवान है और मोटा भी मैं उसी से चुदना चाहती हु मैं भी जोश में बोला चोदूगा आपको रंडी के तरीके तो वो बोली गंदे सब्द का प्रयोग न करो मै तुमसे प्यार करती हूं मुझे बड़ा धक्का सा लगा मै चुप हो गया फिर किश करने लगा जब चुदास लगती है तो कुछ समझ नहीं आता बस लन्ड को चूत की और चुत को लन्ड की जरुरत होती है। मैंने उनसे वादा किया कि किसी को कुछ नहीं पता चलेगा । और कह की किश किया और दूध दबाने लगा और वो भी गर्म हो गई। और टांग फ़ैलाने लगी । मै चूत में अंगुली करने लगा फिर उनको सोफे पे लिटा लिया और पैंटी उतार के देखा तो चूत एकदम साफ थी । मै लन्ड निकाला और रगड़ने लगा चूत एकदम गीली हो गई और 15 मिनट तक चोदने के बाद दोनों लोग एक साथ झाड़ गए । फिर हम दोनों लोग उनके बैडरूम में जा के सो गए हम दोनों लोग नंगे एकदूसरे से लिपट कर से थे । मेरी आँख खुली तो भाभी की गांड ही नजर आयी मै उनको सहलाने लगा फिर वो भी उठ गई हम दोनों ने दोबारा सेक्स किया इस बार काफी लंबा चला। अब मैं उनके ही घर में रहता हूं और रोज रात में चुदाई करता हु। जब जब भैया यानि मकान मालिक नहीं रहता हम दोनों जी भर के चुदाई करते है मैं उनकी गांड़ भी चोदता हु और बूर भी उनको गण्ड मरवाने में बहुत मजा आता है। अगर घर में कोई रहता है तो उनको इधर उधर ले जा कर अपना लाड चुसवाता हु दोस्तो ये बिलकुल रियल स्टोरी है। आप लोग हमको ईमेल कर के अपना सुझाव जरूर दे । कैसा लगा आपको ये स्टोरी। [email protected]
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