Quantcast
Channel: Hindi Sex Story – Antarvasna
Viewing all articles
Browse latest Browse all 840

मै मेरी ननद और मेरे ससुरजी-3

$
0
0

मै मेरी ननद और मेरे ससुरजी-1

मै मेरी ननद और मेरे ससुरजी-2

अभी तक मेरी कहानी के दुसरे भाग में आप लोगो ने पढ़ी .. आता हुआ देख कर मैं ओर दीदी फिर शुरू हो गई और एक दूसरे के बूब्स सहलाने लगी और चूत चाटने लगी एक दूसरी की.बाबूजी पर्दे के पीछे खड़े हुए सब देख ओर सुन रहे थे… और अब आगे ….  दीदी बोली कि भाभी प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज या तो एक या दो दिन मे अपने जीजू को एक रात के लिए यहाँ बुला लो नही तो मैं किसी और लंड से चुद जाउंगी अब मुझसे रहा नही जा रहा है मैं किसी को पकड़ के ही ले आउन्गि यहाँ दिन मे मुझे चोदने के लिए तो मैने कहा कि और किस लंड से चुदवाने का इरादा है दीदी तो वो बोली कि भाभी यही तो प्रॉबलूम है कि इस घर मे अभी कोई भी लंड मोजूद नही है और फिर मैं बोली कि हे भगवान सुबह मुझे किसी खड़े हुए लंड का दीदार करवा दे. और फिर हम दोनो एक दूसरे को चूमती ओर चाटती हुई सोने का नाटक करने लगी. सुबह जब मैं उठी और बाबूजी के लिए चाइ ले कर गई तो मैने देखा कि पहले के विपरीत आज बाबूजी नहा कर तैयार हुए नही बैठे थे बल्कि लूँगी पहने हुए बैठे थे. मैने टेबल पे चाइ रख दी ओर पूछा कि नाश्ते मे क्या लेंगे तो वो बोले कि जो भी हो बना लो. बाबूजी बैठे हुए न्यूज़ पेपर पढ़ रहे थे. मैने दीदी को नस्ता बनाने को कहा और खुद रोज की तारहे सफाई करने मे लग गई. जब मैं बाबूजी के रूम मे झाड़ू लगाने गई तो भी वो सोफे पे बैठे हुए न्यूज़ पेपर पढ़ रहे थे. जब मैं उनके सामने सफाई कर रही थी तो मैने देखा कि अचानक उन्होने आपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दी और उनकी लूँगी थोड़ी सी सरक गई जिस की वजह से बाबूजी के तने हुए लंड का सूपड़ा दिख रहा था. मैने उसे देखा तो देखती ही रह गई और जल्दी से सफाई कर के किचॅन मे गई. मैं समझ गई थी कि बाबूजी हमे अपना लंड दिखना चाह रहे हैं. मैने दीदी को जा के चूम लिया ओर कहा कि दीदी हम सफल हो रहे हैं आज बाबूजी ने मुझे आपने लंड के दर्शन खुद करवा दिए हैं तो वो बोली कि मुझे भी दर्शन करने हैं तो मैने कहा कि तुम नाश्ता ले कर जाओ मैं तुम्हे तरकीब बताती हूं तुम वैसे ही करना. दीदी नाश्ता ले कर बाबूजी के रूम मे गई ओर उन्हे कहा कि नाश्ता कर लें तो वो बोले कि टेबल पे रख दो दीदी ने खाना टेबल पे रखा ओर वापिस मुड़ते हुए पानी का गिलास नीचे गिरा दिया. और बोली कि बाबूजी मैं अभी पोंच्छा ले कर आती हूँ और पोंच्छा ले कर फ़राश साफ करने के लिए चली गई उन्होने देखा कि बाबूजी अभी भी पेपर पढ़ रहे हैं तो वो बाबूजी की तरफ मूह कर के पोंच्छा लगाने लगी तो बाबूजी ने फिर आपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दी ता कि दीदी को भी उनके लंड के दर्शन हो जाएँ ओर दीदी ने भी उनके लंड का दीदार कर लिया और वो भी बाबूजी ने खुद करवाया था सो वो भी खुश होती हुई आई ओर बोली कि सच मे भाभी आप का प्लान काम कर रहा है और मुझे लगता है कि आज की रात हम दोनो की इच्छा पूरी हो जाएगी लेकिन उसे कैसे पूरी करना है ये रात को ही पता चलेगा. मैने कहा कि वो तो है ही. और फिर बाबूजी शॉप पे चले गये ओर हम दोनो रात का इंतज़ार करने लगी. करीब 8 बजे बाबूजी आ गये ओर हम ने उन्हे खाना खिला दिया ओर फिर वहीं पे बैठ के टीवी देखने लगी.दीदी बाबूजी के पास ही बैठी हुई थी बल्कि यू कहें कि उनकी टाँगो से टाँगे ज़ोड कर बैठी हुई थी और मैं सोफे पे बैठी हुई थी. दीदी की टाँगों के सपर्श की वजह से बाबूजी का लंड तना हुआ था और उनकी लोवर ने टेंट बना रखा था और बाबूजी जान बूझ कर उधर देख लेते थे ताकि दीदी का ध्यान भी उधर चला जाए और कभी कभी मेरी तरफ भी देख लेते थे लेकिन मैं तो अंजान बनी बैठी थी. दोस्तों आप यह कहानी altsexstories.नेट पर पढ़ रहे है | ओर अब दीदी की धड़कने भी उनके खड़े हुए लंड को देख कर बढ़ने लगी थी कितभि दीदी ने मेरे प्लान के मुताबिक एक दम से हाई मैं मर गई हाई मैं क्या करूँ कर के चिल्लाना शुरू कर दिया. बाबूजी ने पूछा कि क्या हुआ तो मैने कहा कि कुछ नही बस दीदी को थोडा सा दर्द शुरू हो जाता है तो बाबूजी बोले कि कहाँ पे तो मैने कहा कि बाबूजी अब आप को मैं क्या बताउ तो वो बोले कि प्ल्ज़ बताओ कि क्या हुआ है दीदी अभी भी चिल्लाने का नाटक कर रही थी. मैने कहा कि दीदी की छातियो मे दरद होने लगता है आप मेरे रूम मे से क्रीम वाली शीशी उठा कर ले आइए मैं तब तक दीदी की छातियों पे मालिश करती हूँ बाबूजी उठे ओर भाग कर मेरे रूम की तरफ गये लेकिन उन्हे वहाँ पे कोई क्रीम मिलनी ही नही थी क्यो कि ऐसा कुछ है ही नही था और दिन मे हम लोगों ने एक फालतू क्रीम की शीशी ला कर छुपा कर रख दी थी. बाबूजी वापिस आ गये ओर बोले कि मुझे वहाँ पे कोई शीशी नही मिली है मैं तब तक बैठी हुई दीदी की बूब्स को मसल रही थी तो मैने कहा कि आप दीदी को गोद मैं ले लीजिए और इनकी छातियों को मालिश कीजिए मैं तब तक क्रीम ढूंड के लाती हूँ और मैं बाहर चली गई और क्रीम की शीशी ले कर आ कर रूम के बाहर खड़ी हो गई और तमाशा देखने लगी. बाबूजी ने दीदी को गोद मैने लिटा रखा था और उसकी बूब्स को मसल रहे थे इस वजह से दीदी ने चिल्लाना थोड़ा कम कर दिया था लेकिन जैसे ही बाबूजी रुकने लगते तो वो चिल्लाना तेज कर देती थी बाबूजी का लंड दीदी की बूब्स को सहलाने की वजह से तन चुका था ओर वो दीदी की पीठ को टच कर रह था. बाबूजी ने मुझे आवाज़ लगाई तो मैं रूम मे आ गई और कहा कि बाबूजी ये रही क्रीम आप इसे लगा कर मालिश कीजिए एक छाती की मालिश मैं करती हूँ और फिर बाबूजी के सामने बैठ कर मैं दूसरे बूब्स को मसलने लगी बाबूजी का लंड दीदी की पीठ को टच कर रहा था इसलिए दीदी उसपे दबाव डाल रही थी और फिर धीरे धीरे दीदी को मज़ा आने लगा और वो बाबूजी से लिपटने लगी. और फिर बाबूजी ने आपना हाथ दीदी की शर्ट के अंदर डाल कर उनके बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया मैं समझ गई कि अब बाबूजी का मूड भी बन रहा है और फिर बाबूजी ने दीदी के बूब्स को ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया और दीदी सिसकने लगी. मैं जान बुझ कर उठ कर बाहर आने लगी तो बाबूजी बोले कि तुम कहाँ जा रही हो कुसम मैने कहा कि अपने रूम मे तो वो बोले कि आज तुम दोनो यहीं पे सो जाओ मेरे पास.मैने कहा कि वो क्यो तो वो बोले कि अगर रात को कोई ज़रूरत पड़ी तो मैं हेल्प कर दूँगा. हम तो चाहती यही थी सो मैने कहा कि ठीक है मैं आप के लिए दूध ले कर आती हूँ तो बाबूजी ने कहा कि रूको तो मैं रुक गई तो बाबूजी ने दीदी को एक तरफ लिटा दिया और मुझे बाजू से पकड़ लिया और कहने लगे कि आज मुझे वो दूध नही पीना है बहू आज तो मुझे तुम दोनो का दूध पीना है और इतना कह कर उन्होने मुझे बाहों मे भर लिया और मेरे होंठ चूसने लगे तो मैने कहा कि बाबूजी आप ये क्या कर रहे हैं तो वो बोले की मैं तुम दोनो से प्यार करना चाहता हूँ. मैने कहा कि मैं तो आपकी बहू हूँ तो वो बोले कि हाँ मैं आज अपनी बेटी और बहू दोनो से प्यार करना और दोनो को पाना चाहता हूँ और दोनो को चोदना चाहता हूं मैने कहा कि कहीं आप पागल तो नही हो गये हैं तो वो बोले हाँ मैं पागल हो गया हूँ दीदी ने कहा कि बाबूजी कुछ तो शरम कीजिए तो वो बोले कि शरम कैसी बेटी मुझे तुम दोनो बहुत अच्छी लगती हो जब से तुम दोनो को नंगा देखा है..

कहानी जारी है ….. आगे की कहानी पढने के लिए निचे दिए गए पेज नंबर पर क्लिक करे …..

और भी कहानिया पढ़े

The post मै मेरी ननद और मेरे ससुरजी-3 appeared first on Sex Stories.


Viewing all articles
Browse latest Browse all 840

Trending Articles